धार्मिक पर्यटन का एक प्रमुख केंद्र बनेगा पुनौरा धाम

धार्मिक पर्यटन का एक प्रमुख केंद्र बनेगा पुनौरा धाम

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सीतामढी: माता सीता के प्राकट्य स्थल, जिले में स्थित प्रसिद्ध पुनौराधाम के विकास की एक विस्तृत योजना को मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में मंजूरी मिल गई है। बिहार सरकार के जल संसाधन तथा सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री श्री संजय कुमार झा ने इसके लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि पुनौराधाम में सुविधाओं के विकास एवं सौंदर्यीकरण से यह क्षेत्र धार्मिक पर्यटन का एक प्रमुख केंद्र बनेगा। इससे क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

पुनौराधाम के विकास की बिहार सरकार की योजना में कोलोनेड, 3-डी एनिमेशन शो, वास्तुशिल्प, पार्किंग, मंडप, आंतरिक सड़कें, वाटिका का जीर्णोद्धार, कैफेटेरिया, जानकी महोत्सव क्षेत्र का विकास, चिल्ड्रेन प्ले एरिया, लव-कुश वाटिका, पाथवे, भित्ति चित्र/ कला/ मूर्तिकला एवं अन्य कलात्मक कार्य, स्थलीय विकास, थिमेटिक गेट इत्यादि के कार्यों को शामिल किया गया है। योजना की प्राक्कलित राशि 72.47 करोड़ रुपये है और इसका कार्यान्वयन बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा किया जायेगा। योजना को आगामी 24 माह में पूर्ण करने की संभावना है।
जल संसाधन तथा सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री श्री संजय कुमार झा ने कहा कि नीतीश सरकार मां जानकी के प्राकट्य स्थल पुनौराधाम को पर्यटन के अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर स्थापित करने के प्रयास कर रही है। मुझे विश्वास है, यहां सुविधाओं का और विकास होने पर पुनौराधाम धार्मिक पर्यटन का एक प्रमुख केंद्र बनकर उभरेगा। बिहार और बिहार के बाहर से भी यहां अधिक संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे और उन्हें यहां पहुंचकर सुखद अनुभूति होगी। यहां पर्यटन का विकास होने पर आसपास के इलाके में होटल और परिवहन सहित कई तरह के कारोबार एवं रोजगार के अवसर पैदा होंगे। कुल मिलाकर यह योजना मिथिला सहित संपूर्ण बिहार तथा नेपाल के लोगों के लिए एक बड़ा तोहफा साबित होगी।

श्री संजय कुमार झा ने कहा कि हम बिहारवासी 'जय सीता राम' जपने वाले लोग हैं। हमारा मानना है कि जगजननी माता जानकी जी के बिना मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम जी अधूरे हैं। हम सब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आभारी हैं, कि उन्होंने 'जानकी नवमी' के अवसर पर राजकीय अवकाश की व्यवस्था कर इस पर्व को नई पहचान दी है। पहले हम रामनवमी तो मनाते थे, लेकिन जानकी नवमी मनाने का उतना प्रचलन नहीं था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वर्ष 2018 में जानकी नवमी के दिन पुनौराधाम में आयोजित सीतामढ़ी महोत्सव में शामिल हुए थे, उस मौके पर हम भी उनके साथ थे। उस दौरान उन्होंने पुनौराधाम में पर्यटकीय सुविधाओं के विकास की कई योजनाओं का शुभारंभ किया था। अब राज्य सरकार पुनौराधाम का समग्र विकास कर इसे पर्यटन के अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर स्थापित करने के प्रयास कर रही है।
श्री संजय कुमार झा ने कहा कि मिथिला ज्ञान एवं अध्यात्म की गौरव भूमि रही है। माता सीता जी की जन्मस्थली होने की वजह से यह भूभाग और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। मान्यता है कि मिथिला नरेश राजा जनक जी द्वारा प्रजा के कल्याण के लिए सीतामढ़ी के पुनौराधाम में हल चलाते वक्त मिथिला की धिया, माता सीता धरती से प्रकट हुई थीं। धार्मिक गाथाओं में भगवती सीता को सौभाग्य की देवी और माता लक्ष्मी का अवतार भी कहा गया है। शक्ति, सेवा, संयम, सद्भाव एवं समर्पण से परिपूर्ण माता सीता का जीवन संपूर्ण नारी सशक्तिकरण का प्रतीक और संपूर्ण मानव जाति के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

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