सीतामढी: समाज में इससे शर्मनाक घटना क्या होगी कि दहेज के लिए लोग एक लड़की को मौत के घाट उतार देते हैं। दहेज के लिए विवाहिता की हत्या कोई नई बात नहीं है। आए दिन इस तरह की घटनाएं होती रहती हैं। दहेज लोभी अपनी ख्वाहिशें अपने ससुराल वालों से पूरी करने के लिए किसी की बेटी, किसी की बहन की जान ले लेते हैं। बेलसंड थाना क्षेत्र के बसौल निवासी संजना की मां रूपम देवी ने मामले को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराई है। इसमें संजना के पति शिवहर जिला के तरियानी थाना अंतर्गत सलेमपुर गांव निवासी बली साह के पुत्र संजय कुमार, उसके बहनोई पुनौरा थाना के बखरी निवासी केदार साह, संजय का भाई विजय साह, अजय साह और किशोर साह को नामजद किया है।
बताया गया है कि संजय और संजना एक दूसरे से प्रेम करते थे। दोनों की जिद के आगे संजना की मां रूपम देवी को झुकना पड़ा। इसके बाद संजय के परिजनों की सहमति से करीब दो माह पूर्व रुपम ने दोनों की शादी मंदिर में हिंदू रीति-रिवाज से करा दी। कुछ दिन घर पर बिताने के बाद संजय पत्नी संजना को लेकर बेला थाना क्षेत्र के मुजौलिया गांव आ गया। यहां दोनों एक किराए के मकान में रहने लगे। संजय यहां साइकल पर कपड़ा रखकर गांव-गांव घूम कर बेचने का काम करता था। संजय का बहनोई केदार भी मुजौलिया में रहकर व्यवसाय करता है।
कुछ दिन बाद ही आरोपियों द्वारा संजना की मां से दहेज के रूप में एक लाख रुपए और एक गाड़ी की मांग की जाने लगी। इतना ही नहीं उसे प्रताड़ित किया जाने लगा और दहेज नहीं देने पर अंजाम भुगतने की चेतावनी दी गई। सात अगस्त की संध्या रुपम को सूचना मिली कि संजना की हत्या कर दी गई है। सात अगस्त की शाम पुलिस ने संजना का शव उस मकान के पीछे से बरामद किया था। इस मकान में संजना और उसके पति किराएदार के रूप में रहते थे।