बीस हजार के चक्कर में थानाध्यक्ष की गई नौकरी , जानिए पुरा मामला हैं क्या?

बीस हजार के चक्कर में थानाध्यक्ष की गई नौकरी , जानिए पुरा मामला हैं क्या?

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औरंगाबाद: पटना से पहुंची निगरानी टीम ने गुरुवार को औरंगाबाद जिले के उपहारा थानाध्यक्ष आनंद कुमार गुप्ता को गिरफ्तार किया है। थानाध्यक्ष को उपहारा थाना क्षेत्र के हमीदनगर गांव निवासी सनोज कुमार से 20 हजार रुपये रिश्वत लेने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया है।

किस मामले में ली रिश्वत?
बताया जा रहा है कि एक लड़की के अपहरण और दुष्कर्म के मामले में प्राथमिकी से तीन आरोपितों का नाम हटाने के लिए थानाध्यक्ष रुपये ले रहे थे। दाउदनगर एसडीपीओ कुमार ऋषिराज ने बताया कि निगरानी टीम ने उपहारा थानाध्यक्ष को गिरफ्तार किया है। निगरानी टीम ने इसकी जानकारी औरंगाबाद पुलिस को नहीं दी है। निगरानी टीम थानाध्यक्ष को अरवल ले जाकर पूछताछ कर रही है।

पत्नी ने दिखाई चालाकी फिर भी पकड़ा गया थानेदार
थानेदार ने सनोज को थाने के समीप पैसे लेकर बुलाया था। सनोज से पैसे लेकर थानेदार जैसे ही अपने सरकारी आवास में गया। पीछे से विजिलेंस टीम के एक सदस्य कमरे में पहुंच गए। थानेदार की पत्नी को तुरंत शक हो गया। पत्नी ने तत्काल रुपये के बंडल को खिड़की से बाहर फेंक दिया और शोर मचाने लगी। शोर सुन सभी पुलिस वाले इकट्ठा हो गए। इससे पहले की बात और बढ़ती विजिलेंस टीम के अन्य सदस्य भी थाना परिसर में आ पहुंचे। परिचय के बाद मामला शांत हुआ। पुलिस टीम थानेदार को विजिलेंस के हवाले नहीं सौंप रही थी। काफी मशक्कत के बाद विजिलेंस ने थानेदार को अपनी गिरफ्त में लिया।

क्या है मामला?
औरंगाबाद के हमीद नगर निवासी शख्स ने अपनी बेटी के अपहरण और दुष्कर्म का केस दर्ज कराया था। जिसमें गांव के ही एक ही परिवार के पांच लोगों को आरोपित बताया गया था। इनमें सत्यनारायण चौधरी, सनोज चौधरी, मनोज चौधरी के नाम शामिल हैं। केस से नाम हटाने के लिए सनोज चौधरी से थाना अध्यक्ष आनंद कुमार गुप्ता ने 20 हजार घूस मांगी थी। सनोज ने इसकी शिकायत विजिलेंस से की इसके बाद थानेदार को घूस लेते विजिलेंस की टीम ने आज दबोच लिया।

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