नीट की परिक्षा में बेलसंड के दो छात्रों ने मारी बाजी

नीट की परिक्षा में बेलसंड के दो छात्रों ने मारी बाजी

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बेलसंड: नीट परीक्षा के परिणाम में कई ऐसे सफल छात्र सामने आए हैं. जिन्होंने कड़ी मेहनत और संघर्ष के दम पर ये सफलता हासिल की है. नीट परीक्षा में उतीर्ण हुए हर एक छात्र की सफलता और संघर्ष की एक अलग कहानी है. उन्ही में से दो छात्र नीट परीक्षा पास करने वाले बेलसंड के शिवेश कुमार एवं मो० अरशी हैं. लगातार तीसरी बार प्रयास में असफल होने के बाद चौथी बार कड़ी मेहनत की और सफलता पाई.
डाक्टर बनने की ज़िद्द ने आखिरकार शिवेश एवं मो० अरशी को चौथे प्रयास में नीट में सफलता मिल ही गया. इस सफलता से इलाके के लोगों में खुशी का माहौल हैं. हम बात कर रहे हैं बेलसंड प्रखंड के लक्ष्मीपुर गांव वॉर्ड नं० तीन निवासी मनोज कुमार झा के पुत्र शिवेश कुमार नीट की परिक्षा में पूरे भारत में 6211 रैंक प्राप्त कर सफलता को हासिल किया है. वही बेलसंड नगर पंचायत वार्ड नं० पांच के निवासी मो नेहाल का पुत्र मो० अरशी की नीट की परीक्षा में पूरे भारत में 7492 रैंक प्राप्त कर सफलता हासिल किया है. 
शिवेश के माता पिता शिक्षक हैं: शिवेश घर पर रहकर नीट की तैयारी कर रहा था. वह 2018 में मैट्रिक 96 प्रतिशत नंबर से पास किया. वही 2020 में इंटर की परीक्षा 91 प्रतिशत नंबर से पास किया और नीट परिक्षा की तैयारी घर से किया. शिवेश तीन भाई एवं एक बहन है जिसमें वह सबसे बड़ा है. उसके पिता मनोज कुमार झा डीएवी स्कूल समस्तीपुर में शिक्षक है एवं उसकी माँ रंजना झा मध्य विद्यालय परतापुर में शिक्षिका है. शिवेश के दादा देवेन्द्र झा जगन्नाथ सिंह महाविद्यालय चंदौली से प्रधान सहायक से सेवा निवृत्त है. वह अपने पोते के इस सफलता पर अभिभूत है. वह महादेव की रोज पूजा करते हैं. उनका कहना है कि महादेव ने मेरी पूजा सुन लिया और उसका आशीर्वाद मुझे दे दिया. 

मो० अरशी के पिता कातिब और माता गृहिणी हैं : वहीं मो० अरशी राजस्थान के कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रहा था. वह 2018 में मैट्रिक 95 प्रतिशत नंबर से पास किया वही 2020 में इंटर की परीक्षा 85 प्रतिशत नंबर से पास किया और नीट की तैयारी के लिए कोटा चला गया. मो० अर्शी छह भाई एवं दो बहन है जिसमें वह सबसे बड़ा है. उसके पिता मो नेहाल बेलसंड रजिस्ट्री ऑफिस में कातिब का काम करता है एवं उसकी माँ जेबा परवीन एक गृहिणी है. नीट में शिवेश ने 653 और मो० अर्शी ने 648 अंक प्राप्त किया है. दोनो छात्रों ने इस सफलता का श्रेय माता पिता और गुरूजनों को समर्पित किया है।

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