आरोप है कि कचरा प्रबंधन भवन निर्माण ऐसी जगह की गई है। जहां आवागमन की सुविधा नहीं है। उसके बाद आवागमन को लेकर मेरे सहित अन्य किसानों के जमीन में जबरन सड़क निर्माण कर दिया गया है। मुखिया पति से सड़क निर्माण के संबंध में पूछे जाने पर थोड़ी सी जमीन दान देने मांग की गई। डॉ० शरण का आरोप है कि मैं अपने खर्चे पर रास्ते के लिए दस फीट चौड़ी जमीन में मिट्टी जेसीबी से भरा दिया।
उसके बाद बिना पूछे व जानकारी दिए हमारे खेत में अधिक चौड़ा करीब दुगुना चौड़ा रास्ता बना दिया गया है। साथ ही चोरी से खरंजा भी कर दिया गया है। साथ ही मेरे जमीन में उत्तर दिशा से एक कंक्रीट पुल का भी अवैध तरीके से निर्माण कर दिया गया है। जिससे नहर का पानी मेरे खेतों में आकर जमा हो जाएगा। जिससे खेतों में फसल नहीं लगाई जा सकती है। डॉ. शरण ने एसडीओ से तथ्यों की जांच करा कर अधिक्रमित जमीन को मुक्त कराने की मांग की है।