शुरुआती जांच के दौरान यह पता चला है की पारिवारिक कलह से तंग आकर कांस्टेबल ने खुद की जान ले ली। मृतक कांस्टेबल की पहचान कार्तिक कुमार के रूप में की गई है। जो बिहार के खगड़िया जिले के रहने वाले थे। इस घटना के तुरंत बाद सीतामढ़ी के आरक्षी केंद्र के दरवाजे को बंद कर दिया गया। किसी भी बाहरी शक्श को आरक्षी केंद्र में प्रवेश की अनुमति नहीं थी।
घटना के बाद कई घंटे तक आरक्षी केंद्र में अफरा तफरी का माहौल कायम रहा। सीतामढ़ी के एसपी मनोज कुमार तिवारी के निर्देश पर मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए सीतामढ़ी सदर अस्पताल भेज दिया गया। जहा चिकित्सकों की देख रेख में शव का पोस्टमार्टम करा कर परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। बताया जा रहा है मृतक कार्तिक कुमार की अब तक शादी नही हुई थी।
दबे जुबान से यह भी कहा जा रहा है की कांस्टेबल ने प्रेम प्रसंग की वजह से इस घटना को अंजाम दिया है हालाकि मामले पर परिवार के लोग कुछ भी बोलने को तैयार नही थे। कार्तिक की तैनाती सीतामढ़ी के मेहसौल ओपी में पैंथर मोबाइल यूनिट में थी। एक सप्ताह पहले ही उसे वहा से हटाकर आरक्षी केंद्र भेज दिया गया था। नई पोस्टिंग की प्रतीक्षा थी। टाइगर मोबाइल में तेज तर्रार पुलिस कर्मी के रूप में उसकी पहचान थी। हालाकि आरक्षी केंद्र के दूसरे पुलिसकर्मी कार्तिक के अचानक इस दुनिया से चले जाने की वजह से काफी दुखी थे ।लोगो का कहना था वो बेहद मिलनसार और जिंदादिल इंसान था।