बेलसंड: बिहार राज्य आगंनबाड़ी कर्मचारी यूनियन के आव्हान पर बाल विकास परियोजना कार्यालय पर ताला बंदी और धारना प्रदर्शन किया गया। इसमे बेलसंड प्रखंड के सभी आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका अपने 21 सूत्री मांगो के समर्थन मे एक जुट होकर प्रदर्शन की। धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष चंचला वर्मा ने की और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई।आँगनबाड़ी सेविका और सहायिका की मांग थी की उन्हें सरकारी कर्मचारी का दर्जा देते हुए क्रमश: ग्रेड सी और ग्रेड डी मे समायोजित किया जाए। जबतक सरकारी कर्मचारी का दर्जा प्राप्त नही हो जाता है। तब तक सेविकाओ को 25 हजार और सहायिका को 18 हजार प्रति माह मानदेय की राशी दी जाए। 16 मई 2017 को हुए समझौता के आलोक मे शेष लम्बित मांगो का निष्पादन शीघ्र किया जाये। सुप्रीम कोर्ट का आदेश के आलोक मे बिहार मे भी ग्रेच्युटी का भुगतान करना सुनिश्चित करे। आंगनवाड़ी विकास समिति द्वारा पारित भाउचर को ही मान्यता दी जाए।
सेविका या सहायिकाओ की कार्य अवधी 8 घंटे निर्धारित किया जाए। सेवा शर्तों के अलावा अतिरिक्त कार्य के लिए उचित पारिश्रमिक के साथ लिखित आदेश पत्र निर्गत किया जाए प्रधानमंत्री बीमा सुरक्षा योजना का लाभ सेविका या सहायिकाओ को देना सुनिश्चित किया जाए। सेवा निवृत्त के पश्चात 10 हजार प्रतिमाह का पेंशन अथवा एक मुश्त एक लाख की आर्थिक सहायता और स्वास्थ्य बीमा का लाभ दिया जाए। मौके पर बेलसंड प्रखंड के सभी सेविका और सहायिका मौजुद थे।