कार्यक्रम की अगुवाई महाविद्यालय के जंतु विज्ञान के प्रो० नवल किशोर ने की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्राचार्य डॉ. दसरथ प्रजापत ने छात्र एवं छात्राओं को सम्बोधित करते हुए आम जनमानस में व्याप्त शंकाओं का निवारण करते हुए कहा कि एड्स एक जानलेवा बीमारी है। इसकी चपेट में आने पर बीमार महिला अथवा पुरुष धीरे-धीरे अपनी शक्ति खोते हुए मृत्यु के मुख में चला जाता हैं। हमें ध्यान रखना चाहिए कि इलाज से बचाव बेहतर होता है। इसलिए हम असुरक्षित यौन सम्बन्धों से बचते हुए अन्य कार्य जैसे संक्रमित सिरिज से इंजेक्शन लगवाते, संक्रमित ब्लेड से सेव करवाते समय, संक्रमित रक्तदान करते या चढ़वाते समय सावधानी बरतनी चाहिए।
यह रोग संसर्ग और रक्त सम्पर्क में आने से ही फैलता। हमे इनसे बचाव करना है। किसी से हाथ मिलाने, साथ रहने या साथ खाने से इस रोग का प्रभाव नहीं पड़ता। विद्यालय के वक्ताओं द्वारा छात्र -छात्राओं को एड्स फैलने के कारण एवं बचाव से अवगत कराया गया। मंच का संचालन कर रहे कार्यक्रम पदाधिकारी सह जिला नोडल अधिकारी डॉ० अशोक कुमार निगम ने भी एड्स की रोकथाम व बचाव के बारे में छात्रों को जानकारियां दी। कार्यक्रम में कॉलेज के प्रोफेसर,कर्मी,एवं छात्र छात्रा मौजुद रहे।