छात्रा ने लैंगिक उत्पीड़न के विरुद्ध अपनी आवाज को किया बुलंद

छात्रा ने लैंगिक उत्पीड़न के विरुद्ध अपनी आवाज को किया बुलंद

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लैंगिक हिंसा के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय महिला जागरूकता पखवाड़ा के आगाज के मौके पर आयोजित कार्यशाला की अध्यक्षता जिलाधिकारी ने छात्रा दिव्या भारती को सौंपी

 कमला नेहरू गर्ल्स हाई स्कूल की छात्रा दिव्या भारती ने कार्यशाला -सह-उन्मुखीकरण कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए लैंगिक उत्पीड़न के विरुद्ध अपनी आवाज को बुलंद किया।
लैंगिक हिंसा के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय महिला जागरूकता पखवाड़ा 25 नवंबर से 10 दिसंबर 2022 तक मनाया जाएगा। प्रतिदिन विभिन्न गतिविधियों का आयोजन कर लैंगिक हिंसा के विरुद्ध आम जनमानस को जागरूक किया जाएगा। लैंगिक उत्पीड़न पखवाड़ा का आगाज समाहरणालय स्थित विमर्श हॉल में एक कार्यशाला का आयोजन कर किया गया।कार्यशाला का उद्घाटन जिलाधिकारी सीतामढ़ी मनेश कुमार मीणा, उप विकास आयुक्त विनय कुमार ,जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क अधिकारी एवं डीपीओ आईसीडीएस ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया । कार्यक्रम में कमला नेहरू बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय की छात्राएं एवं एमपी हाई स्कूल के छात्र बड़ी संख्या में उपस्थित थे। छात्र -छात्राओं को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि *बालिकाओं/ महिलाओं को किसी भी प्रकार की हिंसा न तो सहना चाहिए चाहिए और न हीं उसका समर्थन करना चाहिए। किसी भी हिंसा का खुलकर विरोध करना चाहिए और अपने अधिकार और हक के प्रति जागरूक होना चाहिए। उन्होंने उपस्थित छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी तरह के उत्पीड़न ,लैंगिक उत्पीड़न, शारीरिक या मानसिक उत्पीड़न,दहेज प्रथा या बाल विवाह से संबंधित कोई घटना हो तो इसकी जानकारी वे स्वयं जिलाधिकारी को दे सकती हैं। दी गई जानकारी के विरुद्ध त्वरित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने उपस्थित छात्राओं से बारी-बारी से उनकी बातों और अनुभवों को सुना। छात्राओं ने भी बड़े ही बेबाकी से अपनी बातों को रखीं।जिलाधिकारी ने कहा कि लैंगिक असमानता से समाज हाशिये पर आ जाता है। इस संबंध में आम जनमानस को विभिन्न माध्यमों से जागरूक किया जाएगा।जिलाधिकारी ने उपस्थित छात्राओं को महिला उत्पीड़न और महिला सशक्तिकरण से संबंधित विभिन्न कानूनों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। साथ ही लैंगिक उत्पीड़न के विरुद्ध आवाज बुलंद करने को कहा। उपस्थित छात्राओं एवं छात्रों ने भी अपने अनुभवों को जिलाधिकारी के साथ साझा किया।

 जिलाधिकारी ने लैंगिक असमानता और उत्पीड़न के विरुद्ध आवाज उठाने, अपने आस-पड़ोस को जागरूक करने की बात कही। उन्होंने उपस्थित छात्र-छात्राओं को हौसला अफजाई भी किया। साथ ही कहा कि पूरी प्रतिबद्धता के साथ पढ़ाई करें ताकि वे अपने पैरों पर खड़े हो सके। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सामाजिक और परिवारिक रूढ़ियों के कारण विकास के अवसर कम मिलते हैं। परंतु अब वक्त बदल रहा है और महिलाएं भी जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सफलता का परचम लहरा रही हैं। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि सभी स्कूलों में लैंगिक असमानता के प्रति मुहिम चलाना शुरू करें। स्कूलों में शिकायत पेटी रखें।यूथ क्लब ,बाल संसद और मीना मंच को एक्टिव किया जाए।

लैंगिक हिंसा के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय महिला जागरूकता पखवाड़ा जो कि 25 नवंबर से 10 दिसंबर तक पूरे जिले में मनाया जाएगा इसके तहत जिलाधिकारी ने डीपीओ आईसीडीएस को निर्देशित किया कि शिक्षा विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए विद्यालय स्तर पर/ गांव स्तर पर विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से लैंगिक हिंसा के विरुद्ध में लोगों को जागरूक करना सुनिश्चित करें। इस हेतु आईसीडीएस के द्वारा कैलेंडर भी बनाया गया है जिसके आलोक में दैनिक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।

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