डीडीसी से बच्चों ने की खुलकर चर्चा, डीडीसी ने उनके सुझावों को सराहा

डीडीसी से बच्चों ने की खुलकर चर्चा, डीडीसी ने उनके सुझावों को सराहा

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बच्चों के प्रतिनिधिमंडल ने डीडीसी से की भेंट, सौंपा चार्टर ऑफ़ डिमांड्स
बाल दरबार एक ज़रूरी पहल, डीडीसी
सीतामढी: परिचर्चा भवन में बच्चों के प्रतिनिधिमंडल ने डीडीसी से भेंट की. बिहार सरकार के समाज कल्याण विभाग , यूनिसेफ़ एवं प्रथम संस्था के सहयोग से बाल अधिकार सप्ताह (Child Rights Week) के दौरान बाल दरबार आयोजन कर चार्टर ऑफ डिमांड तैयार किये गए थे। मुलाक़ात के दौरान बच्चों एवं किशोर-किशोरियों ने प्रथम संस्था के सहयोग से आयोजित बाल दरबार में अपनी समस्याओं, मुद्दों व अधिकारों को लेकर तैयार किए गए चार्टर ऑफ़ डिमांड्स और सुझाव सौंपे.  डीडीसी ने यूनिसेफ़ एवं प्रथम संस्था की इस अनूठी पहल की सराहना करते हुए कहा कि बाल हित के लिए एक सराहनीय पहल है। हमारे लिए हर एक बच्चा महत्वपूर्ण है। बच्चो का अधिकार दिलवाने हेतु जिला प्रशासन गंभीर है। डीडीसी से मिलकर और उनसे बातचीत कर बच्चे-बच्चियां काफी उत्साहित थे। डीडीसी ने बच्चों को बहुत धैर्य से सुना और उनके सवालों के जवाब भी दिए। प्रथम संस्था द्वारा बच्चो को उपहार दिये गए। 

वरीय उप समाहर्ता सह सहायक निदेशक जिला बाल संरक्षण इकाई नीलम कुमारी ने बच्चों के प्रतिनिधिमंडल को बधाई देते हुए कहा कि आज की यह मुलाक़ात काफी अहम है. बाल दरबार एक प्रभावी मंच है जिसके द्वारा भागीदारी और विचार व्यक्त करने के अपने अधिकार का बख़ूबी इस्तेमाल कर पा रहे हैं। बच्चों के विभिन्न मुद्दों का ससमय समाधान कर उनके लिए एक बेहतर दुनिया का निर्माण हो सकेगा. उक्त मौके पर जिला पंचायती राज पदाधिकारी अविनाश कुमार, जिला सूचना एवं जन संपर्क पदाधिकारी कमल सिंह, कुमार,सीपीओ नीरज खन्ना, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी चंद्रनाथ राम, स्वेता कुमारी, जिला गुणवत्ता शिक्षा समन्यवक अतहर तौहीद यूनीसेफ के सहयोगी प्रथम संस्था के जिला समन्वयक सुधीर कुमार, बिरेन्द्र कुमार आदि शामिल रहे।

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