फाइलेरिया का जोखिम क्यों उठाएं, साल में एक बार दवा खाएं

फाइलेरिया का जोखिम क्यों उठाएं, साल में एक बार दवा खाएं

0
जिला भीबीडी नियंत्रण कार्यालय सीतामढ़ी के तत्वाधान में फाइलेरिया मुक्त अभियान को गति देने की दिशा में आज स्थानीय श्री होटल में जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा,उप विकास आयुक्त विनय कुमार, सिविल सर्जन सीतामढ़ी ,जिला भेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉक्टर आरके यादव के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया.
 इस मौके पर जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि जिस तरह से कालाजार उन्मूलन की दिशा में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा प्रभावी भूमिका निभाई गई उम्मीद करते हैं कि उसी तरह फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर टीम भावना के साथ कार्य करते हुए फाइलेरिया नियंत्रण में भी सफलता प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि रात्रि रक्त पट्ट संग्रह अभियान में पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य किया गया और उसके बाद पॉजिटिव मरीजों को भी चिन्हित किया जा रहा है। कहा कि दूसरे चरण में एमडीए अभियान जो कि 12 दिसंबर से चलेगा उसे लेकर व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाना सुनिश्चित किया जाए ताकि अधिक से अधिक लोगों को इसकी जानकारी मिल सके और वे फाइलेरिया से संबंधित दवा का सेवन कर सकें। कहा की कार्यशाला में प्रशिक्षण के उपरांत सभी अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर पूरी प्रतिबद्धता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करेंगे। उन्होंने कहा कि फाइलेरिया का जोखिम क्यों उठाएं, साल में बस एक बार दवा खाएं जिलाधिकारी ने बताया कि एक स्वस्थ व्यक्ति में भी फाइलेरिया के कीटाणु हो सकते हैं ,इसे हाथी पांव न बनने दिया जाए। अतः दवा खाना अनिवार्य है।
कार्यशाला में डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि ,सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, स्वास्थ विभाग के अन्य पदाधिकारी एवं चिकित्सक गण इत्यादि उपस्थित थे।

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

Please Select Embedded Mode To show the Comment System.*

Advertisement