इस पूजा में जल की महत्ता का अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि पूजा का अनुष्ठान हीं जल के किनारे किया जाता है। प्रखंड क्षेत्र के प्रायः सभी जल के स्रोतों के तट पर छठ पूजा का आयोजन किया गया था। पूजा के बाद तट के किनारे प्लास्टिक और अन्य कचरा जहां-तहां छोड़ दिया गया है, जिसे साफ करने की जवाबदेही किसी की दिखाई नहीं दे रही है।
छठ पूजा के दो दिन बाद घाटों पर पसरी गंदगी, नहीं हो रही हैं सफाई
गुरुवार, नवंबर 03, 2022
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