शांति और अहिंसा के महान दूत थे: डीएम

शांति और अहिंसा के महान दूत थे: डीएम

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सीतामढ़ी: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती के अवसर पर समाहरणालय स्थित विमर्श हॉल में एक कार्यक्रम का आयोजन कर जिलाधिकारी एवं अन्य पदाधिकारियों द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं स्वर्गीय श्री लाल बहादुर शास्त्री जी के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए पुष्पांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त विनय कुमार ,अपर समाहर्ता विभागीय जांच कृष्ण प्रसाद गुप्ता, नगर आयुक्त प्रमोद कुमार पांडे, जिला पंचायती राज पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह ,जिला आपूर्ति पदाधिकारी अजय कुमार,जिला भूअर्जन पदाधिकारी विकास कुमार, उप निर्वाचन अधिकारी विपिन कुमार, वरीय उप समाहर्ता प्रशांत कुमार, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी कमल सिंह सहित अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।
 इस अवसर पर जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा ने उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और स्व० लाल बहादुर शास्त्री जी के विचारों को अपने जीवन में उतारें। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के सत्य एवं अहिंसा एवं उनके आदर्शों को आत्मसात करना चाहिए ताकि हम सब उनसे प्रेरणा लेकर राष्ट्र निर्माण और उन्नति में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित कर सकें। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के विचार आज भी प्रसांगिक है। राष्ट्रपिता का जीवन आत्म निर्भरता,श्रम की गरिमा स्वच्छता और ग्रामीण विकास का संदेश देता है। वे शांति और अहिंसा के महान दूत थे। स्वच्छता के प्रति उनकी सोच, उनके विचार को हम सब मिलकर आत्मसात करें यही उनकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
वही उन्होंने कहा कि शास्त्री जी ने देश को एक मजबूत नेतृत्व दिया।"जय जवान जय किसान" का नारा आज भी प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि शास्त्री जी जहां अपनी सादगी और दृढ़ता के लिए जाने जाते हैं वहीं उन्होंने अपने विचारों के माध्यम से भी देश में क्रांति की एक अलग ही अलख जगाई थी। 

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